छाया के दायरे में, मैं अकेला रहता हूँ, दुखों से भारी दिल, सब अकेले। बारिश की बूंदों की तरह आँसू, रात में गिरते हैं, भावनाएँ छुपी होती हैं, नज़रों से ओझल होती हैं।
अतीत की यादों की गूँज में खोया हुआ, एक आत्मा अशांति में, एक प्यार जो टिकेगा नहीं। ख़ामोशी में, मेरे दिल का दर्द बसता है, निराशा की गहराइयों में, मेरी आत्मा बसती है।
अँधेरे की गहराइयों में, एक दिल का दर्द रहता है, अनदेखे आँसू, एक घायल आत्मा छिपी रहती है। हम जीवन के संघर्ष और पीड़ाएँ सहते हैं, फिर भी आशा बनी रहती है, भविष्य के शुद्ध होने की।
छाया के दायरे में, मैं अकेला रहता हूँ, दुखों से भारी दिल, सब अकेले। बारिश की बूंदों की तरह आँसू, रात में गिरते हैं, भावनाएँ छुपी होती हैं, नज़रों से ओझल होती हैं।
अतीत की यादों की गूँज में खोया हुआ, एक आत्मा अशांति में, एक प्यार जो टिकेगा नहीं। ख़ामोशी में, मेरे दिल का दर्द बसता है, निराशा की गहराइयों में, मेरी आत्मा बसती है।
अँधेरे की गहराइयों में, एक दिल का दर्द रहता है, अनदेखे आँसू, एक घायल आत्मा छिपी रहती है। हम जीवन के संघर्ष और पीड़ाएँ सहते हैं, फिर भी आशा बनी रहती है, भविष्य के शुद्ध होने की।
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